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जिले की 40 महिला स्वयं सेवकों ने लखनऊ में आपदा प्रबंधन का लिया प्रशिक्षण, गांवों में करेंगी राहत सेवा ऐप का उपयोग

बस्ती। जनपद की 40 स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं लखनऊ स्थित दीन दयाल उपाध्याय राज्य ग्रामीण विकास संस्थान में आयोजित सात दिवसीय आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुईं। यह प्रशिक्षण विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में आपदा न्यूनीकरण, राहत, बचाव एवं पुनर्वास रणनीतियों की समझ को मजबूत करने हेतु आयोजित किया गया।कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों को “राहत सेवा” मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से ग्राम स्तर पर आपदा संबंधी आंकड़ों को डिजिटल रूप से संकलित करने की विधि सिखाई गई।

इस एप के जरिए गांव में मौजूद जोखिम, संवेदनशीलता और संसाधनों की पहचान कर बेहतर पूर्व चेतावनी प्रणाली, राहत और बचाव कार्यों को सशक्त बनाया जा सकेगा।प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को यह जानकारी भी दी गई कि राहत सेवा एप का प्रयोग कर वे बाढ़, अतिवृष्टि, आग, नाव दुर्घटनाएं, सर्पदंश, आकाशीय बिजली जैसी संभावित आपदाओं का पूर्वानुमान लगा सकती हैं। इसके साथ ही, गांवों में उपलब्ध संसाधनों जैसे नाव, नाविक, प्राथमिक उपचार किट, सुरक्षित स्थान, पंचायत भवन एवं स्कूल आदि की जानकारी को भी डिजिटल रूप से एकत्र किया जा सकेगा।

प्रशिक्षण में जनपद बस्ती के आपदा विशेषज्ञ श्री रंजीत रंजन ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को राहत सेवा ऐप की कार्यप्रणाली और उपयोग की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस तकनीक के माध्यम से जुटाए गए आंकड़े भविष्य में राहत, बचाव एवं आपदा न्यूनीकरण कार्यों में प्रभावशाली भूमिका निभाएंगे।अब यह प्रशिक्षित महिलाएं अपने-अपने गांवों में जाकर मोबाइल ऐप के माध्यम से आवश्यक आंकड़े दर्ज करेंगी। यह कार्य निर्धारित समय सीमा में पूरा किया जाएगा, जिससे गांव स्तर पर एक समग्र और सशक्त आपदा प्रबंधन योजना तैयार की जा सकेगी। विशेष बात यह है कि इस योजना में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी इसे और अधिक प्रभावशाली बनाएगी।उक्त जानकारी आपदा विशेषज्ञ रंजीत रंजन ने दी है।

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